SHIV TANDAV: सम्पूर्ण शिव तांडव स्तोत्र

SHIV TANDAV: सम्पूर्ण शिव तांडव स्तोत्र

SHIV TANDAV: शिव तांडव: SHIV TANDAV LYRICS

SHIV TANDAV: सम्पूर्ण शिव तांडव स्तोत्र
SHIV TANDAV

कदा निलिंपनिर्झरी निकुंजकोटरे वसन्‌ विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्‌।
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः शिवेति मंत्रमुच्चरन्‌ कदा सुखी भवाम्यहम्‌ ॥13॥

भगवानों की आरती-

Aarti Sangrah: पांच भगवानों की आरती एकसाथ, गणेश जी की, शिव जी की, दुर्गा जी की, जय जगदीश हरे और हनुमान जी की आरती

Kali Mata Ki Aarti: काली माता की सम्पूर्ण आरती

Aarti Ke Jaikare: आरती के अंत में बोले जाने वाले नारे

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *