रेमडसीविर इंजेक्शन जिसका इस समय कोरोना वायरस के इलाज के लिए बहुत इस्तेमाल किया जा रहा है आज उसके बारे में जानते हैं। THE HINDUSTAN TODAY
इसका आविष्कार अमरीकी कम्पनी गिलियड साइंस ने हैपेटाइटिस सी रोग से बचाव के लिए 2009 में किया था मगर दवा हैपेटाइटिस सी को रोकने में असफल रही इसके बाद इसे इबोला वायरस के उपचार के लिए इस्तेमाल किया गया था मगर इबोला वायरस में भी यह ज्यादा कारगर साबित नहीं हुई
फिर इसे कोरोना वायरस में टेस्ट किया गया जिसमे चौकाने वाले आकड़े सामने आये अमरीका के शिगो शहर में 125 लोगों में इसका टेस्ट हुआ जिसमें से 123 लोग पूरे ठीक हो गए बस इसके बाद से ही इसकी डिमांड बढ़ती गई।
देश में 7 कम्पनी ही इसे बनाती है
1 सिप्ला
2 डॉक्टर रेड्डीज़ लेबोरटरी
3 हिटेरो ड्रग ली.
4 जुबिलेंट लाइफ साइंसेज
5 बायोकोन लिमिटेड
6 जयदुस कैडिला हेल्थ केयर
7 मायलान शामिल हैं
भारत सरकार ने इसके निर्यात में रोक लगा दी है।
इस दवा को सीधे सुई से धमनियों में लगाया जाता है।
जब कोरोना वायरस के मरीज को रेमडसीर इंजेक्शन लगाया जाता है तो यह वायरस में मौजूद आरएनए को ही रोक देता है जिससे कोरोना वायरस बना है अतः मरीज ठीक हो जाता है।
इसी लिए इस इंजेक्शन के इमेरजेंसी इस्तेमाल के लिए पूरी दुनिया ने मंजूरी दे जिसमे भारत भी शामिल है।
तो अब बात यह है की इस इंजेक्शन की देश में कमी क्यों हो रही है जबकि सरकार ने इसके निर्यात में ही रोक लगा दी है तो इसका मुख्या कारण यह है की जिन 7 कंपनियों के नाम हमने आपको बताये है उन्होंने इसका उत्पादन कम कर दिया था क्योकि नवंबर – दिसम्बर 2020 में देश में कोरोना मामले बहुत कम आ रहे थे मगर अब कोरोना के मामले ज्यादा आ रहे है इसी लिए कंपनियों ने भी इसका उत्पादन बढ़ा दिया है लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते मामलो के कारण देश में इसकी कमी हो रही है। और इसी कारण लोग इस इंजेक्शन के लिए हंगामा भी कर रहे है।
आपको बता दें की लोगों ने इस इंजेक्शन को 40000 रूपए तक में भी खरीदा है तो अब आप समझ सकते हैं की इस इंजेक्शन की कितनी मांग है मगर अब सरकार ने इस ओर ध्यान दे दिया है और इस इंजेक्शन की कीमत 2400 रूपए से घटा कर 1800 रूपए किया गया है और किसकी कालाबाजारी न हो इसके लिए सरकार कदम उठा रही है।
अंत में हम आपको यह बता देते हैं की who बार-बार यह कह रहा है कि यह इंजेक्शन कोरोना के इलाज के लिए ठीक नहीं है और इससे कोरोना के उपचार में इसका कोई भी असर नहीं पड़ता है और who रेमडसीविर इंजेक्शन के एक बड़े ट्रायल की तैयारी में है अब देखना यह है की who की तरफ से इस इंजेक्शन के विषय में क्या परिणाम सामने आते हैं। remdesivir injection in hindi news
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