चंद्रयान-3: भारत द्वारा लॉन्च किया गया चंद्रयान 2 मिशन का लैंडर भले ही सफल लैंडिंग नहीं कर पाया हो परन्तु भारत की अंतरिक्ष के प्रति जिज्ञासा और सफलता बढ़ती ही जा रही है चंद्रयान 2 का ऑर्बिटर अभी भी अच्छे से काम कर रहा है और वह अगले सात साल तक चांद का डेटा देता रहेगा।
और अब इसरो ने अपनी आगे की प्लानिंग के बारे में देश और दुनिया को बताया है दरअसल IRSO चीफ के सिवन ने 1 जनवरी को बताया कि भारत के अगले मून मिशन चंद्रयान 3 को भी अप्रूवल मिल गया हैऔर उन्होंने कहा कि यह मिशन 2021 में लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान 2 की तरह ही चंद्रयान 3 में एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपल्शन मॉड्यूल रहेगा. उन्होंने बताया कि चंद्रयान 3 मिशन 250 करोड़ रुपये में पूरा हो जाएगा।
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ISRO चीफ के सिवन ने भारत के महत्वपूर्ण तथा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गगनयान के बारे में भी बात की उन्होंने बताया की गगनयान के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन कर लिया गया है, उनकी ट्रेनिंग जनवरी के तीसरे सप्ताह से रूस में शुरू हो जाएगी। वास्तव में गगनयान मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में मानव को भेजना है। अगर यह मिशन सफल रहा तो ऐसा करने वाला भारत दुनिया में चौथा देश बन जाएगा। अभी तक अमेरिका, रूस और चीन इंसान को अंतरिक्ष में भेज चुके हैं। गगनयान मिशन को 2022 को लॉन्च किया जाएगा। गगनयान मिशन की घोषणा 2018 में पीएम मोदी ने 15 अगस्त के मौके पर की थी। इस मिशन के लिए एक कैप्सूलनुमा अंतरिक्षयान तैयार किया गया है, जिसमें सवार होकर तीन एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में जाएंगे. वो सात दिन तक वहीं रहेंगे। 2018 में सरकार ने बताया था कि गगनयान मिशन में 100 अरब रुपये से कम खर्च आएगा। सिवन ने बताया कि गगनयान के सिस्टम्स की टेस्टिंग जारी है।
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