India’s Poverty: नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में गरीबी दर 2013-14 में 29.17 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 11.28 प्रतिशत रह गई है। अत: भारत की गरीबी में पिछले 9 सालों में 17.89 प्रतिशत की कमी आई है।
भारत सरकार का यह डाटा भले ही साकारात्मकता को दर्शाता है परन्तु देश मे जब कोई भूंख के कारण मरता है तो इस तरह की रिपोर्ट में प्रश्न चिन्ह लगता है।
आज हम इसी कड़ी में यह जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर भारत इतना गरीब क्यों है?
तेजी से बढ़ती जनसंख्या:

भारत की गरीबी का सबसे बडा कारण अत्यधिक जनसंख्या है। आजादी के बाद से ही भारत की आबादी बहुत तेजी से बढ़ी है। जनसंख्या वृद्धि ने संसाधनों पर दबाव डाला और रोजगार, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं की मांग बढ़ा दी है।
औपनिवेशिक इतिहास:
ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारत की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे देश को स्वतंत्रता के बाद पुनर्निर्माण की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षा की कमी:

उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और कौशल विकास की कमी से रोजगार के अवसरों में कमी होती जा रही है जिसका सीधा असर गरीबी में पड रहा है।
भ्रष्टाचार:

भ्रष्टाचार भारत की बडी समस्या है। सरकारी और निजी क्षेत्र में भ्रष्टाचार ने विकास परियोजनाओं और संसाधनों के वितरण को प्रभावित किया।
History of the United States: क्या आप अमेरिका की गुलामी के बारे में यह जानते हैं?
अर्थव्यवस्था का असंतुलन:
कृषि पर अत्यधिक निर्भरता और औद्योगिकीकरण में कमी ने आर्थिक विकास को बाधित किया।
असमानता:
आर्थिक और सामाजिक असमानता, विशेषकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच, गरीबी को बढ़ाती है।
भूमि सुधारों की कमी:
भूमि सुधारों की धीमी गति और किसानों के पास जमीन की कमी ने कृषि उत्पादन को प्रभावित किया।
बेरोजगारी:

उच्च बेरोजगारी दर और रोजगार के स्थायी और सुरक्षित अवसरों की कमी।
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी:
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और उच्च स्वास्थ्य खर्च ने गरीब लोगों की स्थिति को और खराब किया।
अपर्याप्त बुनियादी ढांचा:
सड़कों, बिजली, और स्वच्छ पानी की कमी से आर्थिक विकास में बाधा आई।
लैंगिक असमानता:
महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक अवसरों की कमी ने गरीबी को बढ़ाया।
कृषि संकट:
किसानों की आत्महत्याएं, फसल की विफलता और कृषि में निवेश की कमी।
राजनीतिक अस्थिरता:
राजनीतिक अस्थिरता और नीतिगत अनिश्चितता ने विकास परियोजनाओं को बाधित किया।
प्राकृतिक आपदाएं:
बाढ़, सूखा और अन्य प्राकृतिक आपदाओं ने खेती और आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया।
पर्यावरणीय समस्याएं:
पर्यावरणीय क्षरण और प्रदूषण ने जन स्वास्थ्य और कृषि उत्पादन को प्रभावित किया।
बुनियादी सेवाओं की कमी:
स्वच्छता, पेयजल और आवास जैसी बुनियादी सेवाओं की कमी।
वित्तीय समावेशन की कमी:
गरीब लोगों के पास बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं की पहुंच नहीं है।
कमजोर औद्योगिक आधार:
विनिर्माण और औद्योगिक क्षेत्र में निवेश और विकास की कमी।
शहरीकरण की चुनौतियाँ:
तेजी से शहरीकरण ने बुनियादी सेवाओं और रोजगार के अवसरों पर दबाव बढ़ाया।
नीतिगत विफलताएँ:
कुछ नीतियों और योजनाओं का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन न होना।
ये कारक मिलकर भारत में गरीबी की स्थिति को प्रभावित करते हैं और इसके समाधान के लिए व्यापक और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। यदि भारत की केन्द्र और राज्यों की सरकार इन बिन्दुओं में ध्यान केन्द्रित करके कार्य करे तो जल्द ही भारत से गरीबी को दूर किया जा सकता है।